प्रधानमंत्री नरेंद्र स्वच्छ भारत अभियान की ओर से शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान पेट्रोल पंप चलाने वाले डीलरों के लिए आफत बन गयाहै। इस अभियान की आड़ में तेल कंपनियों के अधिकारियों ने पंप मालिकों से वसूली शुरू कर दी है। डीलरों का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान का हवाला देकर अब जरा-जरा सी बात पर उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है और सात-सात दिन तक के लिए पंप बंद करा दिया जा रहा है। इसके चलते उन्हें कारोबार में भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके विरोध में शनिवार (21 मार्च 2015) को देर शाम देश भर के पेट्रोल पंपों पर 15 मिनट के लिए ब्लैक आउट किया। इसके अलावा पंप संचालको ने 31 मार्च को पेट्रोल-डीजल डिपो से नहीं उठाने की घोषणा भी की है।
आल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने यहां शुक्रवार को बताया कि सरकार की नीति डीलर विरोधी हो गई है। उनके कुछ गलत निर्णयों की वजह से डीलरों को भारी नुकसान हो रहा है। इसके विरोध में शनिवार को देर शाम आठ से सवा आठ बजे तक इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के सभी पेट्रोल पंपों पर बत्ती बुझा कर विरोध जताया जाएगा। इस दौरान डीजल-पेट्रोल की बिक्री भी नहीं होगी। इसके बाद 31 मार्च को कोई भी डीलर संबंधित कंपनी के डिपो से डीजल-पेट्रोल नहीं उठाएंगे।
उनका कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय बनवाया गया है, यह तो अच्छी बात है लेकिन इसमें कहीं गंदगी पाए जाने पर या दरवाजे की चिटकिनी टूटी होने पर 25 हजार रुपये का जुर्माना हो रहा है। दूसरी गलती पर सात दिन के पंप बंद कर दिया जाता है। उनका कहना है कि देश के 83 फीसदी पंप पर न तो वाटर कनेक्शन है न ही सीवर कनेक्शन। ऐसे में साफ सफाई की चकाचक व्यवस्था टेढ़ी खीर है। इसलिए सरकार नियम बदले। इसके अलावा डीलरों की कुछ और मांगे भी हैं।
आल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने यहां शुक्रवार को बताया कि सरकार की नीति डीलर विरोधी हो गई है। उनके कुछ गलत निर्णयों की वजह से डीलरों को भारी नुकसान हो रहा है। इसके विरोध में शनिवार को देर शाम आठ से सवा आठ बजे तक इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के सभी पेट्रोल पंपों पर बत्ती बुझा कर विरोध जताया जाएगा। इस दौरान डीजल-पेट्रोल की बिक्री भी नहीं होगी। इसके बाद 31 मार्च को कोई भी डीलर संबंधित कंपनी के डिपो से डीजल-पेट्रोल नहीं उठाएंगे।
उनका कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय बनवाया गया है, यह तो अच्छी बात है लेकिन इसमें कहीं गंदगी पाए जाने पर या दरवाजे की चिटकिनी टूटी होने पर 25 हजार रुपये का जुर्माना हो रहा है। दूसरी गलती पर सात दिन के पंप बंद कर दिया जाता है। उनका कहना है कि देश के 83 फीसदी पंप पर न तो वाटर कनेक्शन है न ही सीवर कनेक्शन। ऐसे में साफ सफाई की चकाचक व्यवस्था टेढ़ी खीर है। इसलिए सरकार नियम बदले। इसके अलावा डीलरों की कुछ और मांगे भी हैं।
No comments:
Post a Comment